घूमिये भारत का ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ खज्जियार, दूर-दूर तक फैले घास के मैदानों से हो जाएगा प्यार

Reading Time: 3 minutes

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित यह टूरिस्ट डेस्टिनेशन समुद्र तल से 1900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. डलहौजी से खज्जियार की दूरी केवल 24 किलोमीटर है. यह खूबसूरत स्पॉट पठानकोट रेलवे स्टेशन से लगभग 95 किमी और कांगड़ा जिले के गग्गल हवाई अड्डे से 130 किमी दूर है.

घूमिये भारत का 'मिनी स्विट्जरलैंड' खज्जियार, दूर-दूर तक फैले घास के मैदानों से हो जाएगा प्यार

Khajjiar Himachal Pradesh in Hindi: इस बार आप हिमाचल प्रदेश स्थित खज्जियार की सैर कर आइये. यह बेहद खूबसूरत जगह है. देश और विदेश से सैलानी खज्जियार घूमने के लिए आते हैं और यहां की सुंदरता से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं. ऐसे में अगर आपने खज्जियार नहीं देखा है, तो इस बार टूर बना लीजिये और यहां की प्राकृतिक खूबसूरती का दीदार कर आइये.

झील किनारे बिताइये सुकून के पल

खज्जियार को मिनी स्विट्जरलैंड भी कहते हैं.  यहां सैलानी कई स्थानों को घूम सकते हैं और प्रकृति के अद्भुत नजारों से रूबरू हो सकते हैं. यहां का शांत वातावरण और दूर-दूर तक फैले घास के मैदान सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. देवदार के वृक्षों से घिरे हुए इस कटोरीनुमा मैदान में एक खूबसूरत झील भी है. जिसके किनारे बैठकर आप सुकून के पल बिता सकते हैं.  यह धौलाधार पर्वत श्रृंखला में स्थित एक पठारी क्षेत्र है. जहां दूर-दूर तक घास के हरे-हरे मैदान फैले हुए हैं, जो पर्यटकों का दिल जीत लेते हैं. 

समुद्र तल से 1900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है खज्जियार

खज्जियार चंबा में है. यह जगह समुद्र तल से 1900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. डलहौजी से खज्जियार की दूरी केवल 24 किलोमीटर है. यह खूबसूरत स्पॉट पठानकोट रेलवे स्टेशन से लगभग 95 किमी और कांगड़ा जिले के गग्गल हवाई अड्डे से 130 किमी दूर है. यहां नाग देवता को समर्पित लोकप्रिय खज्जी नागा मंदिर भी है. कहा जाता है कि खज्जी नागा मंदिर की वजह से ही यहं का नाम खज्जियार पड़ा है. यह प्राचीन मंदिर 10वीं शताब्दी का है. आप यहां की यात्रा के दौरान इस मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं. खज्जियार को इसकी खूबसूरती के कारण ‘मिनी स्टिट्जरलैंड’ भी कहा जाता है. यहां सैलानी पैराग्लाइडिंग और ट्रैकिंग कर सकते हैं. 

यहां देखिये खज्जियार झील और कीजिये ट्रैकिंग

खज्जियार झील  5000 वर्ग गज के क्षेत्र को कवर करती है. पर्यटक यहां से कैलाश पर्वत की झलक देख सकते हैं. पैराग्लाइडिंग और ट्रैकिंग के साथ ही पर्यटक यहां घुड़सवारी का भी आनंद ले सकते हैं. यहां सैलानी कलातोप वन्यजीव अभयारण्य घूम सकते हैं जहां कई प्रजाति के पशु और पक्षियों को देख सकते हैं. खज्जियार के पास ही भगवान शिव की 85 फीट की विशाल प्रतिमा स्थापित है.

Related posts

Mumbai Rains: बारिश से पानी-पानी हुई मुंबई, लोगों की बढ़ी मुश्किलें, मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया

ये देश घूमने के लिए आपकी जेब में चाहिये 1 लाख रुपये, हर कोई एक बार जरूर जाना चाहता है यहां

सिर्फ 126 दिन में 11 लाख श्रद्धालु पहुंचे केदारनाथ, इस बार की संख्या ने तोड़ा सारा रिकॉर्ड