जब देश में हर शहर में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, तब उत्तराखंड के नैनीताल में एक फुटबाॅल प्रतियोगिता का आयोजन इसलिए खास हो गया है क्योंकि पहली बार यह 15 अगस्त 1947 को ही संपन्न हुई थी. 75 साल की हो गई इस स्पर्धा से जुड़े रोचक फैक्ट्स देखिए.
नैनीताल. उत्तराखंड की पर्यटन नगरी के मल्लीताल में स्थित ऐतिहासिक DSA मैदान में इन दिनों ‘एनएच पांडे इंडिपेंडेंस डे चिल्ड्रन फुटबॉल’ टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है. इस टूर्नामेंट में 12 स्कूलों की टीमें हिस्सा ले रही हैं. इस टूर्नामेंट से जुड़ी खास बात यह है कि इसका सबसे पहला फाइनल इसी मैदान में देश की आजादी के दिन यानी 15 अगस्त, 1947 को खेला गया था. 1 अगस्त, 2022 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट की एक खास विशेषता यह भी है कि प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों की लंबाई 4 फुट 9 इंच से कम होना जरूरी है.
इसमें स्कूलों के केवल कक्षा 8वीं तक के छात्र प्रतिभाग कर सकते हैं. इस साल इस टूर्नामेंट में 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें 4 पूल में डिवाइड किया गया है. पूल ए में बिरला विद्या मंदिर, जीडी जेएम चोरगलिया और बीएसएसवी, पूल बी में सरस्वती शिक्षा मंदिर, सनवाल स्कूल और वुडब्रिज स्कूल, पूल सी में लेक्स इंटरनेशनल भीमताल, सेंट जोसेफ और नैनी स्कूल, पूल डी में आरएसएसवी निशांत, लॉन्ग व्यू पब्लिक स्कूल और लेक्स इंटरनेशनल शामिल हैं.
75 साल पुराना है इस टूर्नामेंट का इतिहास
राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ मल्लीताल टीम के कोच कुंदन सिंह सुयाल का कहना है कि कोरोना के चलते दो साल तक इस टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो पाया था. हालांकि इस बार छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है. खेलने से बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है, जिससे वह काफी क्षेत्र में आगे रहते हैं.
बता दें कि इस टूर्नामेंट को सीआरएसटी ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की तरफ से आयोजित किया गया है. इस एसोसिएशन के मेंबर ललित तिवारी बताते हैं कि हर साल यह प्रतियोगिता 1 अगस्त से 15 अगस्त तक आयोजित होती है और 15 अगस्त के दिन इसका फाइनल मुकाबला खेला जाता है. 15 अगस्त, 1947 को इस प्रतियोगिता का पहला फाइनल मुकाबला हुआ था, जो सीआरएसटी स्कूल और जीआईसी के बीच खेला गया था. इस साल इस टूर्नामेंट को नैनीताल बैंक की तरफ से स्पॉन्सर किया गया है.