आप खुद को इतना नीचे कैसे गिरा सकते हो.
Amitabh Bachchan: कहा जाता है कि फिल्म कुली के हादसे ने अमिताभ बच्चन और जया की जिंदगी बदल दी. ये मुश्किल वक्त बिग बी और जया को एक दूसरे के करीब ले आया. और वहीं इसी वक्त ने रेखा को अकेलेपन की तरफ धकेल दिया. मूवी मैग्जीन की खबर के मुताबिक जब अमिताभ अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे थे उसी दौरान रेखा ने अपनी फिल्म उमराव जान का प्रीमियर का आयोजन किया था. उन्होंने खुद सबको निमंत्रण पत्र भी भेजा. लेकिन सब सूना था. कोई नामी सितारा नहीं पहुंचा.
अमिताभ बच्चन की हालत नाजुक थी. ऐसे में इस पार्टी का कोई मतलब नहीं था. रेखा ने इसपर कहा, ऐसा लग रहा है कि मुझे हर बात के लिए गुनाहगार ठहराया जा रहा था. खासकर ऐसे वक्त में जब मुझसे लोगों को हमदर्दी होनी चाहिए थी. मेरे लिए इससे बुरा वक्त कुछ और नहीं था.
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आमतौर पर कम बोलने वाली जया ने भी इशारा किया कि उनकी शादीशुदा जिंदगी में सब ठीक है. सिवाय इसके की जो ‘दूसरी औरत’ होने का दम भरता है. और वो इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहा है. जया ने कहा अगर कोई मर्द विवाहेतर संबंध रखता है. लेकिन अपनी शादी को खत्म नहीं करता है. हालांकि वो यही रट लगाए रखता है कि वो फंस चुका है क्योंकि उसकी पत्नी बेहद बुरी वगैरह…वगैरह…और इसके बावजूद पूरा घर एकजुट है. उसके बच्चे जीवन जी रहे हैं. जिंदगी में सबकुछ ठीक चल रहा है. तरक्की हो रही है. वो सही वक्त पर घर चला आता है. तो ऐसे में क्या आप खुद अंदाजा नहीं लगा सकते? ये तो तुरंत समझ जाना चाहिए?
जया बोलीं, ओह , हां, मैं ये बात बराबर सुनती आ रही हूं कि हर ‘दूसरी औरत’ शादीशुदा मर्द के साथ किस तरह मोहब्बत में डूबी हुई है. मैं इसे समझने का दिखावा नहीं कर सकती. मैं किसी के साथ प्यार में मजबूर नहीं रही. मैं अपनी जिंदगी में या अपने किसी चाहने वाले की जिंदगी में ऐसा नहीं कर सकती. मुझे लगता है हर खुद्दार इंसान ऐसा ही करेगा.
आखिर आप किसी ऐसे मर्द को कुबूल कैसे कर सकते हैं जो हर रात अपने घर चला जाता हो. आप खुद को इतना नीचे कैसे गिरा सकते हो. जब आप चार लोगों के सामने उसका नाम खुलकर नहीं बता सकते और चार लोगों को बीच कुबूल नहीं किया जा सकता. तो फिर आप ऐसे रिश्ते में क्यों हो?