अमेरिका की डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बोइंग ने अमेरिकी सेना में तैनात सभी चिनूक हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड कर दिया है. इस बात से चिंतित भारतीय वायुसेना ने कंपनी से इस संबंध में पूरी जानकारी मांगी है, क्योंकि चिनूक हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना में भी प्रमुख तौर पर इस्तेमाल होते हैं.
नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना (IAF) में चिनूक हेलिकॉप्टर (Chinook helicopters) बड़ी अहम भूमिका निभाते हैं. लेकिन इन हेलिकॉप्टरों को बनाने वाली कंपनी बोइंग (Boeing) ने अमेरिकी सेना में शामिल सभी चिनूक सीएच-47 हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड करने का फैसला किया है. इस बात से चिंतत भारतीय वायु सेना (IAF) ने अमेरिका की डिफेंस कंपनी बोइंग से अमेरिकी सेना के चिनूक हेलिकॉप्टरों के पूरे बेड़े को ग्राउंड (बंद करने) करने का कारण जानने के लिए पूरा विवरण मांगा है.
मौजूदा दौर पर भारतीय वायुसेना के पास बोइंग कंपनी द्वारा बनाए गए 15 चिनूक हेलिकॉप्टर हैं. भारतीय वायुसेना ने यह हेलिकॉप्टर अमेरिका से लिए हैं और मार्च 2019 में इन्हें वायुसेना में शामिल किया गया है.
हालांकि, अमेरिका में चिनूक हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड कर दिया गया है, लेकिन भारत में यह अब भी सेवा में हैं. भारत ने बोइंग से अमेरिकी सेना के सभी चिनूक सीएच-47 हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड किए जाने के संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है. जानकारी के अनुसार हेलिकॉप्टर के इंजन में आग का खतरा है.
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार इंजन में आग लगने के जोखिम के कारण अमेरिकी सेना ने सभी चिनूक सीएच-47 हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड कर दिया है. वॉल स्ट्रीट जनरल ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया है उन्हें हेलिकॉप्टर के इंजन में छोटी आंग के बारे में जानकारी मिली है, हालांकि इससे किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.
ज्ञात हो कि भारत में चिनूक हेलिकॉप्टरों को चंड़ीगढ़ में तैनात किया गया है, जो भारत के उत्तरी हिस्से में कार्य करते हैं. इसके अलावा इसकी एक यूनिट असम में भी है, जो उत्तर-पूर्वी इलाकों में ऑपरेट करती है.