KhabriBaba
International

Stock Market: शुरुआती कारोबार में 350 अंक से ज्यादा टूटा Sensex, निफ्टी में भी आई गिरावट, ये शेयर लुढ़के

Reading Time: 3 minutes

निफ्टी पर विप्रो (Wipro Ltd.), इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजी और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे ज्यादा टूट देखने को मिल रही थी. दूसरी ओर NTPC, Power Grid Corp और M&M के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही थी.

Sensex

नई दिल्लीः घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ खुले. सुबह 09:16 बजे BSE Sensex पर 361.86 अंक यानी 0.62 फीसदी की टूट के साथ 58,412.01 अंक के स्तर पर कारोबार हो रहा था. इसी तरह NSE Nifty पर 114.70 अंक यानी 0.66 फीसदी की गिरावट के साथ 17,376 अंक के स्तर पर ट्रेडिंग हो रही थी. निफ्टी पर विप्रो (Wipro Ltd.), इन्फोसिस (Infosys Ltd.), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra Ltd.), एचसीएल टेक्नोलॉजी और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे ज्यादा टूट देखने को मिल रही थी. दूसरी ओर NTPC, Power Grid Corp और M&M के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही थी.

सेंसेक्स पर ये शेयर टूटे

BSE पर शुरुआती कारोबार में Infosys के शेयरों में सबसे ज्यादा 1.91 फीसदी की टूट देखने को मिल रही थी. इसके अलावा विप्रो, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, डॉक्टर रेड्डीज, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट, मारुति, टाटा स्टील, नेस्ले इंडिया, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, लार्सन एंड टुब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, बजाज फिनजर्व, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, टाइटन और एसबीआई के शेयरों में लाल निशान के साथ कारोबार हो रहा था.

दूसरी ओर, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावरग्रिड और सन फार्मा के शेयरों में हरे निशान के साथ ट्रेडिंग हो रही थी.

जानिए इस सेंटिमेंट की वजह

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि फेड मिनट्स जारी होने के बाद मार्केट का मिजाज अचानक बदल गया है. फेड मिनट्स से इस बात के संकेत मिले हैं के आने वाले समय में अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में मार्केट के अनुमान से ज्यादा वृद्धि कर सकता है. अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी होंगी कि फेड रिजर्व के प्रमुख Jerome Powell शुक्रवार को जैक्स होल सिम्पोजियम में क्या वक्तव्य देंगे. अगर वह थोड़े नरम दिखते हैं तो हाल में दिखी बढ़त आने वाले समय में भी जारी रहेगी वरना मौजूदा गिरावट की स्थिति बनी रहेगी. अमेरिकी मार्केट का ट्रेंड भारत के लिए बहुत अहम है. दोनों देशों के मार्केट के आपसी रिश्ते की वजह से ऐसा है.

Related posts

100 अरब डॉलर के जलवायु लक्ष्य को पूरा करने से क्यों नाकाम हुए हैं अमीर देश

Pooja Wanshi

Hong Kong Protesters Descend on Airport, With Plans to Stay for Days

Devender Mahto

Refund full fee of students who cancel admission before Oct 31: UGC to higher education institutions

Pooja Wanshi

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More