KhabriBaba
IndiaInternational

Sawan Purnima 2022 : सावन मास की पूर्णिमा का व्रत कब रखा जाएगा? नोट कर लें डेट, पूजा- विधि और शुभ मुहूर्त

Reading Time: 3 minutes

Sawan Purnima 2022 raksha bandhan : हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में एक बार पूर्णिमा पड़ती है। सावन मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन का पावन पर्व भी मनाया जा रहा है।

See the source image

Sawan Purnima 2022 : हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में एक बार पूर्णिमा पड़ती है। सावन मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन का पावन पर्व भी मनाया जा रहा है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं सावन मास पूर्णिमा डेट, पूजा- विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त-

सावन पूर्णिमा डेट- सावन मास की पूर्णिमा का व्रत 11 अगस्त को रखा जाएगा और स्नान- दान 12 अगस्त को किया जाएगा। पूर्णिमा व्रत में रात्रि में चांद की पूजा की जाती है, जिस वजह से व्रत 11 अगस्त को किया जाएगा। पंचांग के अनुसार 12 अगस्त की रात्रि तक पूर्णिमा तिथि नहीं रहेगी, जिस वजह से व्रत 11 अगस्त को स्नान दान 12 अगस्त को ही किया जाएगा। 

मुहूर्त- 

श्रावण, शुक्ल पूर्णिमा प्रारम्भ – 10:38 ए एम, अगस्त 11

श्रावण, शुक्ल पूर्णिमा समाप्त – 07:05 ए एम, अगस्त 12

7 अगस्त से शुरू होंगे इन राशियों के अच्छे दिन, खूब होगा धन- लाभ

पूजा -विधि-

  • इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व होता है। आप नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान भी कर सकते हैं। नहाते समय सभी पावन नदियों का ध्यान कर लें।
  • नहाने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। 
  • अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
  • सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें। 
  • पूर्णिमा के पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना का विशेष महत्व होता है। 
  • इस दिन विष्णु भगवान के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करें। 
  • भगवान विष्णु को भोग लगाएं। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को भी शामिल करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी के बिना भगवान विष्णु भोग स्वीकार नहीं करते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। 
  • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आरती करें।
  • इस पावन दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अधिक से अधिक ध्यान करें। 
  • पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। 
  • चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजा अवश्य करें। 
  • चंद्रमा को अर्घ्य देने से दोषों से मुक्ति मिलती है। 
  • इस दिन जरूरतमंद लोगों की मदद करें। 
  • अगर आपके घर के आसपास गाय है तो गाय को भोजन जरूर कराएं। गाय को भोजन कराने से कई तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है।

Related posts

Delhi govt, L-G spar over ending Covid home isolation

Devender Mahto

Farmer on way to Delhi killed as truck hits his tractor-trolley

Devender Mahto

India’s Covid fatality rate at 1.93%, recovery rate at 72%

Devender Mahto

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More