नई दिल्ली, एजेंसी। सीनियर सलामी बल्लेबाज और उप-कप्तान के रूप में पहली पसंद लोकेश राहुल के आठ अगस्त को एशिया कप के लिए चुनी जाने वाली भारतीय टीम में तेज गेंदबाज दीपक चाहर के साथ वापसी करने की आशा है।
एशिया कप का आयोजन टी-20 प्रारूप में दुबई और शारजाह में 27 अगस्त से 11 सितंबर तक होगा। राहुल के जिंबाब्वे के विरुद्ध उसकी सरजमीं पर होने वाली वनडे सीरीज के लिए टीम में वापसी करने की आशा थी, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण वह हाल में हुई स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी से पूरी तरह उबरने में नाकाम रहे। यह देखना रोचक होगा कि चेतन शुर्मा की अगुआई वाली चयन समिति 15 खिलाडि़यों का चयन करती है या फिर सभी संभावित विकल्पों को आजमाने की बात ध्यान में रखते हुए 17 सदस्यीय टीम चुनती है।
एशिया कप की भारतीय टीम से काफी हद तक अंदाजा लग जाएगा कि टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का संयोजन क्या होगा। मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के विरुद्ध 23 अक्टूबर को पहले टी-20 विश्व कप मैच से पहले भारत को लगभग एक दर्जन मैच खेलने हैं। पिछले छह टी-20 मैच में रिषभ पंत और सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा के सलामी जोड़ीदार रहे हैं। राहुल को टीम में वापसी करने पर एक बार फिर शीर्ष क्रम में जगह मिलेगी।
एशिया कप की भारतीय टीम से काफी हद तक अंदाजा लग जाएगा कि टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का संयोजन क्या होगा। मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के विरुद्ध 23 अक्टूबर को पहले टी-20 विश्व कप मैच से पहले भारत को लगभग एक दर्जन मैच खेलने हैं। पिछले छह टी-20 मैच में रिषभ पंत और सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा के सलामी जोड़ीदार रहे हैं। राहुल को टीम में वापसी करने पर एक बार फिर शीर्ष क्रम में जगह मिलेगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के एक सूत्र ने कहा, ‘लोकेश राहुल को कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है। जब भी वह टी-20 खेलता है तो हमेशा विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलता है और यही चीज जारी रहेगी। भविष्य में सूर्यकुमार और रिषभ मध्य क्रम के विशेषज्ञ बल्लेबाजों के रूप में खेलेंगे।’ आइपीएल में कई रन बटोरने वाले राहुल की टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पारी का आगाज करते हुए धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना होती रही है।
टीम इंडिया ने पावर प्ले में ‘किसी भी कीमत पर आक्रमण’ करने की रणनीति अपनाई जिससे पंत और सूर्यकुमार दोनों ने अच्छी तरह से अंजाम दिया। ऐसे में राहुल को निश्चित तौर पर यूएई में महाद्वीपीय टूर्नामेंट में अपने खेल में बदलाव करना होगा। विराट कोहली की फार्म भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता है, लेकिन इस स्टार बल्लेबाज के तीसरे नंबर के स्थान को फिलहाल कोई खतरा नजर नहीं आता।
खेल के सबसे छोटे प्रारूप में कोहली के भविष्य को लेकर कोई विशिष्ट चर्चा नहीं हुई और अगर वह एशिया कप में प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो भी उनके वषरें के अनुभव और मैच जिताने की क्षमता की अनदेखी आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए करना मुश्किल होगा। दिनेश कार्तिक ने मध्य क्रम में एक स्थान पर अपनी जगह लगभग पक्की कर दी जबकि भविष्य में दीपक हुड्डा पहले बैकअप विकल्प होंगे।
यह देखना रोचक होगा कि चयनकर्ता अतिरिक्त सलामी बल्लेबाज और विकेटकीपर विकल्प के रूप में इशान किशन को चुनते हैं या फिर मध्य क्रम के आक्रामक बल्लेबाज और विकेटकीपर विकल्प के रूप में संजू सैमसन को चुनते हैं। चयनकर्ता कोई भी फैसला करें इन दोनों में से एक का बाहर होना लगभग तय है।
गेंदबाजी इकाई में चाहर जिंबाब्वे के विरुद्धवनडे अंतरराष्ट्रीय सीरीज में वापसी करेंगे और पूरी संभावना है कि उन्हें एशिया कप के लिए जाने वाली टीम में भी चुना जाएगा। सूत्र ने कहा, ‘दीपक चोटिल होने से पहले टी-20 में भारत के लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले गेंदबाजों में से एक थे। वह उचित मौके का हकदार है और साथ ही हमें भुवनेश्वर कुमार का उसके समान विकल्प भी चाहिए। साथ ही वह वापसी कर रहा है तो लय हासिल करने के लिए उसे काफी मैच खेलने होंगे।’ हर्षल पटेल को कथित तौर पर पसलियों में चोट लगी है और टीम में उनका शामिल होना फिटनेस पर निर्भर करेगा।
जहां तक आफ स्पिनर का सवाल है तो वाशिंगटन सुंदर के नाम पर टी-20 विश्व कप के लिए विचार नहीं होगा क्योंकि टीम प्रबंधन अनुभवी रविचंद्रन अश्विन के अलावा रवींद्र जडेजा, युजवेंद्रा सिंह चहल और अक्षर पटेल के साथ आगे बढ़ना चाहता है। इसी तरह मुहम्मद शमी को भी बता दिया गया है कि उनके नाम पर सिर्फ टेस्ट और वनडे के लिए विचार होगा।
एशियाई कप की संभावित टीम:
निश्चित खिलाड़ी : रोहित शर्मा (कप्तान), लोकेश राहुल, विराट कोहली, रिषभ पंत, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्रा सिंह चहल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार।