दक्षिण अफ्रिका (South Africa) में हाल ही में गैंडों (Rhino) के शिकार में खासी तेजी आई है. दक्षिण अफ्रीका में दुनिया के सबसे ज्यादा विलुप्तप्राय और संगटग्रस्त गैंडों की प्रजातियां पाई जाती हैं. यह पाया गया है कि 2022 के पहली छह महीने में पिछले साल की तुलना में शिकार (Poaching) किए गए गैंडों की संख्या में इजाफा हुआ है, जो चिंता की बात है.
दुनिया में गैंडों (Rhinos) की संख्या बहुत ज्यादा नहीं हैं. जहां गैंडों की कुछ प्रजातियां संकटग्रस्त हैं, वहीं अन्य पर इनके शिकार (Poaching) होने की गतिविधियों के कारण विलुप्तप्रायः (Endangered) या संकटग्रस्त होने की का खतरा बना रहता है. इनके सींग की तस्करी के लिए इनका शिकार सबसे ज्यादा होता है. इनकी सींग में काला बाजार में बहुत ऊंची कीमत होती है. लेकिन चिंताजनक रूप से पाया यह गया है कि दक्षिणअफ्रीका में गैरकानूनी रूप से गैंडों को उनके सींग के लिए मारने की संख्याओंम बहुत तेजी आई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के पर्यावरण मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि शिकारी (Poachers) अब अपने शिकार के तरीके बदल रहे हैं और अब वे निजी पार्कों (Private Parks) में ज्यादा शिकार कर रहे हैं. यह तेजी विशेष रूप से साल 2022 पूर्वार्द्ध में देखने को मिली है. मंत्रालय ने बताया है कि पिछले साल के पूर्वार्द्ध की तुलना में साल 2022 में दस गैंडों का ज्यादा शिकार हुआ है. इससे कुल शिकार हुए गैंडों की संख्या 259 हो गई थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)